किसी ने बड़े कमाल की बात कही है कि जेब खाली हो फिर भी मना करते नहीं देखा मैंने पापा से अमीर इंसान नहीं देखा नमस्ते दोस्तों मेरा नाम है संदीप मिश्रा माँ की ममता पर मम्मी के प्यार पर काफी कुछ लिखा गया, लेकिन पापा के बारे में लिखने वाले बड़े कम है फादर का इम्पोर्टर क्या है? पापा का महत्व क्या उस पर एक छोटी सी कहानी है? बहुत इंट्रेस्टिंग कहानी है एक लड़का जो इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था, उसे उसके फादर हमेशा कहा करते थे बेटा फोकस करो, पढ़ाई करो, इंजीनियरिंग की तैयारी करो, बड़ा इंजीनियर बनो, लेकिन उस लड़के की सिर्फ एक विश थी उसे बाइक चाहिए थी वो अक्सर अपने फादर से कहा था मेरे दोस्तों के पास गाड़ी एक गाड़ी से कोचिंग जाते हैं, पैदल जाता हूँ, क्या चल रहा है पापा? बहुत बार वो अपने फादर से डिबेट करता था, बहस करता था एक दिन उसके फादर ने उसको काफी कुछ सुना दिया, डांट दिया कि उन्हें पता नहीं कैसे घर चला रहा हूँ ये वो लड़का दिमाग पर लग गया होता है आजकल यंगस्टर्स बड़ी जल्दी गुस्सा आया तो लगा कि पापा कुछ नहीं बोलते रहते हैं उसने डिसाइड कर लिया कि वो आज ही घर छोड़ कर के चला जाएगा इस फैमिली में रहना नहीं, उसको गलत
लोगों के साथ में रहने लग गया पता नहीं क्या उसके दिमाग में चल रहा था? उसके फादर बाहर गए थे मार्केट मम्मी भी साथ में गयी थी लड़का अकेला था, उसके दिमाग में सब चल रहा था उसने डिसाइड किया बाहर चलते हैं, छोड़ देते हैं तभी उसने देखा कि फादर जो थे वो पर्स ले जाना भूल गए थे उनका जो पर्स था वो टेबल पर रखा था उसने कहा बस पैसे भी तो चाहिए लेकर के चलते बहुत माल छुपा रखा उसने ऊपर से अपनी जेब में रखा और जल्दबाजी में पापा के जूते पहने और जूते पहन के निकल पड़ा थोड़ा आगे या तो समझ में आया कि पापा के जूते पहने, गुस्से गुस्से में था और जूते नहीं खोलेंगे पैर चलने लगा, पैर में कांटा चुभ गया, तब भी चले जा रहा था, बड़बड़ा रहा था मेरे पापा ऐसे वैसे बेकार आदमी है, वो है घर पे मुझे एक मेरी विश थी, वो भी कंप्लीट नहीं कर पा रहे है बहुत कुछ सोच रहा था उसके पैरों से खून बहने लगा, उसे दर्द होने लगा तो उसने सोचा थोड़ा आराम कर लेते है सड़क किनारे थोड़ा सा रुका तो से याद आया कि पर्स भी तो लेकर आया पर्स में माल होगा, अस्पताल जा करके चेक करा लेते हैं हॉस्पिटल में और पैर ठीक कराते हैं उसके बाद में जो पैसा इसको उड़ाते है वो ये सब सोच
रहा था अस्पताल जाने से पहले उसे लगा कि एक बार पर्स देखते हुए इसमें पैसा कितना है उसने वो पर्स खोलकर देखा तो चौंक गया अंदर सिर्फ एक सौ की नोट रखी थी पर वैसे तो बड़ा मोटा दिख रहा था लेकिन अंदर कागज ही कागज रखे थे उसे फिर से गुस्सा आने लगा की मेरे पापा क्या कर रहे हैं? बिलकुल गरीब है क्या? एक सौ के नोट रखे हैं बस? फिर उसे लगा इतने सारे कागज देखता हूँ क्या कागज़? पहला कागज निकाला तो पर्ची थी उधारी की उसके फादर ने उनके दोस्त से चालीस हज़ार रुपए उधार लिए थे लैपटॉप खरीदने के लिए वो लैपटॉप जो एक साल पहले से लड़का जिद कर रहा था दिल आबाद जाओ बड़ी मुश्किल से पैसे जुगाड़ करके उसे लैपटॉप दिलाया था वो भी उधार वाले पैसे थे वो पैसे चुकाने हैं इस बात की पर्ची थी उसको धीरे धीरे रिलीज होने लगा उसको समझ में आने लगा कि लाइफ क्या है? बाकी की पहचान देखने लगा सारी पर्चियां जिम्मेदारी की थी किसी ने बिल था, लाइट का बिल था, वो टेलीफोन का बिल था, ये था वो था राशन का, वो देखते हो रहा है, कितना खर्चा हो रहा है हमारे घर में और मेरे पिताजी सब संभाल रहे हैं धीरे धीरे उसका गुस्सा था, वो शांत होने लग रहा था और फाइनली उसके हाथ
में एक ऐसी पर्ची आयी जो उधर ही उधर ही पर्ची नहीं थी एक अखबार का छोटा सा विज्ञापन था जिसमें लिखा था कि पुराना स्कूटर बेच करके नई बाइक ले जाये
लड़के को समझ में आ गया कि उसके पापा बाहर क्यों गए हैं? और आज ये बाइक वाला झगड़ा इतना बढ़ गया वो कह रहा था कि मैं कैसे घर चल रहा है पता नहीं उस लड़के को याद आया कि उसके पिताजी वो जो पुराना स्कूटर है जिससे वो उसे स्कूल छोड़ने के लिए जाते थे, ट्यूशन छोड़ने के लिए जाते थे, जिसके साथ बहुत सारी यादें जुड़ी हैं वो इकलौता स्कूटर जो घर की सारी जरूरतें पूरी करता है उसे शायद बेचने के लिए गए हैं ताकि मेरे लिए बाइक खरीद सकें उसकी आँखों से आंसू बहने लगे वो दौड़ने लगा, वापस अपने घर की तरफ, पैर में कांटा चुभा एक खून बह रहा है बहने दो दौड़ करके घर पहुंचा तो वहाँ फादर नहीं थे, मम्मी भी नहीं थी, मार्केट गए थे वो जो अखबार का विज्ञापन का टुकड़ा था उसमें पता देखा और उसी पते पर फटाफट से पहुँच गया देखा तो बाबाओं पर बात कर रहे थे, स्कूटर बेचने की तैयारी चल रही थी उसने पिता जी के पैरों में गिरकर माफी मांग ली पापा नहीं स्कूटर मत भेजिए मैं एक दिन इंजिनियर बनूँगा, कमाल का बनूँगा और बहुत सारा पैसा कमाऊंगा ये दिन वापस नहीं आने दूंगा प्लीज़ ये स्कूटर से वापस लेने घर चलते हैं इसके साथ बहुत यादें जुड़ी हैं इसको घर में ही रखना है रोने
लगा माफी मांगने लगा कि मुझे सब समझ में आ गया पाप आज बहुत बड़ा पाप करने निकला था मैं घर से बाहर भाग रहा था, आपका पर्स चुरा लिया था लेकिन वो पर्स नहीं चुराता तो शायद मुझे आपकी इमपोर्टेन्स पता नहीं चलती छोटी सी कहानी लेकिन यही सिखाती है लाइफ में बस ये याद रखिएगा कि इस दुनिया में सबसे अमीर इंसान कौन है? जेब खाली हो फिर भी मना करते नहीं देखा मैंने पापा से अमीर इंसान नहीं देखा हमारे माँ बाप जो होते है उनकी आँखों में सिर्फ दो बार आंसू आते हैं पहला लड़की घर छोड़े तब और दूसरा लड़का मुँह मोड़े अब याद रखिये मेरे साथ देखते रहिए हर सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे एक प्यारी सी छोटी सी मोटिवेशनल कहानी और हाँ कर दिखाओ कुछ ऐसा कि दुनिया करना चाहे आपके जैसा